सोमवार, 7 जून 2021

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने पुलिस लाईन में किया वृक्षारोपण..............

पर्यावरण संरक्षण आज की जरूरत, हर कोई लगाए एक पौधा।

सूरजपुर- विश्व पर्यावरण दिवस के तहत रविवार को पुलिस लाइन पर्री में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने नीम का पौधा लगाकर वृक्षारोपण किया। पुलिस अधीक्षक ने पुलिस के अधिकारी-कर्मचारियों को पौधरोपण में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज की जरूरत है। यह किसी एक व्यक्ति के वश की बात नहीं है। पर्यावरण संरक्षण सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने जिले को स्वच्छ, हरा-भरा तथा खुशहाल बनाने के लिए अधिक से अधिक पौधरोपण करने एवं उसके नियमित देखरेख की अपील की।
          पुलिस अधीक्षक ने पर्यावरण को शुद्ध रखने व प्रकृति के संतुलन को बनाए रखने पर विस्तार से चर्चा की। पुलिसकर्मियों से कहा कि वह जिस भी थाना-चौकी में रहें उस थाने में एक अपने नाम का एक वृक्ष लगाएं। कारण कि वहां से स्थानांतरण के पश्चात भी एक सामाजिकता का कार्य हमेशा जीवित दिखाई देता रहे, इसमें सभी पुलिसकर्मी बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी निभाएं। सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाना परिसर व आसपास पौधरोपण करें। वृक्षारोपण से से पर्यावरण स्वच्छ रहेगा तथा भूमिगत जल भी सुरक्षित रहेगा। यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के लिए अति आवश्यक है।
          इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, पी.एस.महिलाने, सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी व रक्षित निरीक्षक भूपेन्द्र कुर्रे ने भी फलदार वृक्ष लगाकरण वृक्षारोपण किया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।