मंगलवार, 24 नवंबर 2020

संदिग्धों की निगरानी के लिए प्रतिष्ठानों में लगाए तीसरी आंख-पुलिस अधीक्षक सूरजपुर.......

तीसरी आंख लगाने में व्यापारीगण करेंगे सहयोग।

प्रतिष्ठानों में कार्यरत् व्यक्तियों का पुलिस वेरिफिकेशन कराने को कहा।

सूरजपुर: बीते रविवार को छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री श्री ताम्रध्वज साहू व डीजीपी श्री डी.एम.अवस्थी ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए सभी पुलिस अधीक्षकों से कानून व्यवस्था एवं अपराधों की रोकथाम तथा व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में सीसीटीव्ही कैमरा लगाने के लिए उन्हें प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए थे।
          इसी परिपेक्ष्य में सोमवार 23 नवम्बर 2020 को पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने नगर के व्यवसायिक संस्थानों के संचालकों की मीटिंग पुलिस कन्ट्रोल रूम में आयोजित किया और उनसे सीसीटीव्ही की उपलब्धता, औचित्य तथा सुरक्षा विषयों को लेकर उनसे चर्चा की। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आज अपराधों की रोकथाम और अपराध अन्वेषण एवं खोज-बीन के लिए नवीन तकनीक का उपयोग सबसे कारगर साबित हो रहा है। शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर सीसीटीव्ही कैमरा के अलावा हम सभी की जिम्मेदारी है कि अपनी सुरक्षा के लिए खुद जागरूक रहें और इसके उपाए करें। उन्होंने कहा कि आप सभी के साथ मीटिंग करने का उद्देश्य संयुक्त रूप से सुरक्षा को प्राथमिकता देना है जिससे अपराध पर अंकुश लगे और असामाजिक तत्वों पर इसका खौफ बना रहेगा। अपराध को रोकने के लिए आप सभी सतर्क रहे और सीसीटीव्ही कैमरा लगाकर हमें सहयोग प्रदान करें। उन्होंने प्रतिष्ठानों में काम करने वाले व्यक्तियों का पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से कराने की समझाईश दी।

बैठक की प्रमुख बाते।

          बैठक में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अक्सर देखा गया है कि व्यापारीगण दुकान के आंतरिक सुरक्षा को प्रथम तथा बाहरी सुरक्षा को दूसरे स्थान पर प्राथमिकता देते है जिसका अपराधियों को लाभ मिलता है। अपराधी वारदात को अंजाम देने के बाद सीसीटीव्ही कैमरे के हार्डडिस्क की तोड़फोड़ कर या उसे लेकर फरार हो जाते है जिसके कारण पुलिस को घटना की जांच व अपराधियों तक पहुंचने में दिक्कत होती है। सभी व्यापारीगण अपने-अपने प्रतिष्ठानों में सीसीटीव्ही कैमरा अवश्य लगवाए व कम से कम 2 कैमरा दुकान के बाहर इस तरह से लगवाए जिससे रोड़ पर होने वाली गतिविधियों एवं संदिग्धों पर नजर रखी जा सके, यथासंभव सीसीटीव्ही कैमरा अच्छी क्वालिटी के लगवाए, कई बार यह देखने को मिला है कि संदेही तो दिख रहे है किन्तु पिक्चर क्वालिटी अच्छी नहीं होने के कारण उन्हें पहचानने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है।

तीसरी आंख लगाने में व्यापारीगण करेंगे सहयोग।

         बैठक में पुलिस अधीक्षक ने नगर में लगे सीसीटीव्ही कैमरा के अद्यतन स्थिति की जानकारी ली और व्यापारीगण से प्रमुख चौक-चौराहों सहित अन्य संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीव्ही लगाने हेतु सहयोग करने की अपील की जिसमें व्यापारीगण ने पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में गोलू टाईल्स के संदीप गुप्ता, सांवारिया फ्लैक्स के संस्कार अग्रवाल, बनवारी लाल बिसेसर लाल के अंकुर गर्ग, सहित कई अन्य व्यापारीगण ने तीसरी आंख लगवाने में सहयोग करने की सैद्धांतिक सहमति दी।
          इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज, एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी, थाना प्रभारी दीपक पासवान, सीएमओ नपा दीपक एक्का सहित काफी संख्या में नगर के व्यापारीगण मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।