गुरुवार, 17 सितंबर 2020

सूरजपुर पुलिस ने 2 लाख 50 हजार रूपये कीमत के नशीली दवाई के साथ 1 को किया गिरफ्तार......


सूरजपुर: नशीली दवाओं के कारोबार के खिलाफ सूरजपुर जिले में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। सूरजपुर पुलिस ने नशे का कारोबार करने वाले एक व्यक्ति से 2 लाख 50 हजार रूपये कीमत के नशीली दवाईयों के साथ धरदबोचा है। बीते बुधवार 16 सितम्बर को पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा को मुखबीर से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति नशीली दवाई बिक्री करने हेतु दतिमा चौक में ग्राहक की तलाश कर रहा है। सूचना पर पुलिस अधीक्षक ने चौकी प्रभारी करंजी चित्रलेखा साहू को नशीली दवा के कारोबार करने वाले को सर्तकता बरतते हुए घेराबंदी कर पकड़ने के निर्देश दिए। 
          चौकी प्रभारी करंजी पुलिस टीम के साथ दतिमा चौक पहुंची तभी एक व्यक्ति पुलिस टीम को देखकर भागने लगा जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया। पूछताछ पर उस व्यक्ति ने अपना नाम राजेन्द्र कुमार साहू पिता सुपाड़ी लाल साहू उम्र 24 वर्ष ग्राम भुनेश्वरपुर, थाना रामानुजनगर का रहने वाला बताया जिसकी तलाशी लिए जाने पर एक काले रंग के बैग व भूरे रंग के पुटठे के कार्टून में 80 डिब्बे में 480 पत्ता प्रत्येक में 24 नग स्पास्मो प्रोक्सीविन प्लस नशीली दवाई कैप्सूल कुल 11 हजार 5 सौ 20 नग कीमत 2 लाख 50 हजार रूपये का जप्त कर आरोपी के विरूद्व धारा 21बी एनडीपीएस एक्ट के तहत् कार्यवाही कर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
          पूछताछ पर आरोपी ने बताया कि नशीली दवाईयों को गया बिहार से कम कीमत में लाकर सूरजपुर, विश्रामपुर, रामानुजनगर, जिला कोरिया के पटना क्षेत्र में नशेड़ी प्रवृत्ति के लोगों को वास्तविक कीमत से कई गुना अधिक दर पर बिक्री कर लाभ अर्जित करता था।
         इस कार्यवाही में चौकी प्रभारी चित्रलेखा साहू, एएसआई संजय गोस्वामी, प्रधान आरक्षक विकास सिंह, पिंगल मिंज, रघुवंश सिंह, आरक्षक ताराचंद यादव, विश्वजीत सिंह, वाहिद हुसैन, विक्रम मिंज, रामचंद्र, नीरज सिंह, भोजराज व भोला केरकेट्टा सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।