बुधवार, 13 नवंबर 2019

सूरजपुर पुलिस ने अंतरराज्जीय गिरोह से पकड़ा लाखों के नशीली दवाईयों का जखीरा..........

 

25 लाख कीमत के नशीली दवाईयों सहित 05 गिरफ्तार। रंग ला रही पुलिस अधीक्षक की नशे के खिलाफ मुहीम

पुलिस अधीक्षक ने नशे को जड़ से समाप्त करने लिया है संकल्प। सफलता पर एसपी ने पूरी टीम को ईनाम देने की घोषणा

प्रेस क्लब व पत्रकार सुरक्षा समिति के जिलाध्यक्षों ने पुलिस अधीक्षक को किया सम्मानित

सूरजपुर। सूरजपुर पुलिस नशीली दवाईयों के विरूद्व लगातार कार्यवाही कर रही है जिसके तहत् सूरजपुर पुलिस टीम के द्वारा 25 लाख कीमत के नशीली दवाई, 01 मोटर सायकल सहित 5 लोगों को गिरफ्तार किया है। पूर्व में कई बार शहर के गणमान्य नागरिकों, पत्रकारों सहित जनप्रतिनिधियों द्वारा नशे के कारोबार में लिप्त बड़े व्यवसायियों के विरूद्व कार्यवाही करने की मांग की जा रही थी।

सूरजपुर जिले में पदस्थापना के बाद से ही पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने नशीली दवाईयों के धंधे में लिप्त राज्जीय एवं अंतरराज्जीय लोगों के विरूद्व सख्त कार्यवाही करने हेतु थाना-चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया था। इसी तारतम्य में गत् 11 नवम्बर 2019 को चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह को विष्वस्त मुखबीर से सूचना मिली कि माड़ा मध्यप्रदेश से पटना जिला कोरिया निवासी गंगा प्रसाद साहू अपने 02 साथी राजेन्द्र गोड़ एवं पारस गोंड़ के साथ मोटर सायकल क्रमांक सीजी 16 सीबी 6310 में अवैध रूप से नशीली दवाईयां लेकर आ रहे है। जिसकी जानकारी से चौकी प्रभारी ने पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया जिस पर उन्होंने तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में मुखबीर के बताए अनुसार बसदेई पुलिस की टीम ने ग्राम कुसमुसी के पास घेराबंदी किया और 4 घंटे के लम्बे इंतजार के बाद ओड़गी की ओर से एक मोटर सायकल आते दिखा जिसे रोकवाने पर मोटर सायकल के चालक ने वाहन को तेज गति से चलाकर भागने लगे जिसे पुलिस टीम ने पीछाकर घेराबंदी कर पकड़ा। वाहन में सवार तीनों से नाम पता पूछने पर अपना-अपना नाम 1. गंगा प्रसाद साहू पिता उदय भान साहू उम्र 36 वर्ष ग्राम रनई, थाना पटना, जिला कोरिया 2. राजेन्द्र गोंड़ पिता कामेष्वर सिंह उम्र 27 वर्ष निवासी ग्राम चम्पाझर, थाना पटना जिला कोरिया 3. पारस गोंड़ पिता जगदीष गोंड़ उम्र 22 वर्ष निवासी ग्राम चम्पाझर, थाना पटना जिला कोरिया को होना बताए। पुलिस टीम ने एनडीपीएस एक्ट के प्रावधानों का विधिवत् पालन करते हुए तलाशी लिए जाने पर तीनों के कब्जे से एक जूट के बोरा में ओनरेक्स कफ सिरप 95 नग, एविल इंजेक्शन 136 नग, सिंप्लेक्स सी प्लस कैप्सूल 1728 नग, पाइवोन स्पास प्लस कैप्सूल 1536 नग, अल्प्राजोलम टेबलेट 600 नग, स्पास ट्रानकन प्लस कैप्सूल 144 नग एवं रेक्सोजैसिक इंजेक्शन 40 नग जप्त कर तीनों व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया।

नशीली दवाईयां के संबंध में आरोपियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त नशीली दवाईयों को माड़ा मध्यप्रदेश के शिवम मेडिकल के संचालक मिथलेश शाह से खरीदना बताया और यह भी बताया कि मेडिकल संचालक मिथलेश शाह भारी मात्रा में अवैध नशीली दवाईयों का भण्डारण अपने मेडिकल स्टोर में करके रखता है जिससे कई बार नशीली दवाईयां खरीदकर उसे जिला कोरिया के पटना तथा आसपास के क्षेत्रों में नशेड़ी प्रवृत्ति के लोगों को ऊंची कीमत पर बेचते थे।

नशे की सामग्री दिगर राज्य से लाकर क्षेत्र में खपाने, युवा वर्ग को इसकी लत में बचाने तथा इस कारोबार को जड़ से उखाड़ फेंकने की मुहिम के तहत् पुलिस अधीक्षक ने जिले की पुलिस टीम को कार्यवाही हेतु माड़ा मध्यप्रदेश भेजने की रणनीति बनाई और टीम को दिगर राज्य भेजने हेतु पुलिस महानिरीक्षक सरगुजा रेंज श्री के.सी.अग्रवाल* से अनुमति प्राप्त किया।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज के नेतृत्व में एसआई अजहरूद्दीन, चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह सहित अन्य पुलिस कर्मचारियों की टीम गठित कर तत्काल माड़ा मध्यप्रदेश रवाना कर जिले की पुलिस टीम को सहयोग प्रदान करने हेतु सिंगरौली मध्यप्रदेश के पुलिस अधीक्षक श्री अभिजीत सिंह रंजन से दूरभाष पर चर्चा की।

पुलिस अधीक्षक के मार्गदर्शन में सूरजपुर की पुलिस टीम माड़ा जिला सिंगरौली मध्यप्रदेश पहुंची और थाना प्रभारी माड़ा अभिमन्यु द्विवेदी की टीम के साथ माड़ा स्थित शिवम मेडिकल स्टोर पहुंचकर रेड़ कार्यवाही की गई। पुलिस ने मेडिकल संचालक मिथलेश शाह एवं उसके कर्मचारी बोलबम शाह के कब्जे से अल्प्रोकेन टेबलेट 30 हजार 2 सौ नग, सिंटलेक्स सी प्लस कैप्सूल 11 हजार 2 सौ नग, ट्रीडोल 50 कैप्सूल 3 हजार 3 सौ नग, लेबोरेट इंजेक्शन 40 नग स्पास ट्रानकन प्लस कैप्सूल 4 हजार 7 सौ 52 नग, एविल इंजेक्शन 750 नग जप्त की गई। पुलिस के द्वारा दोनों स्थानों से जप्त की गई नशीली दवाईयों की बाजारू कीमत करीब 25 लाख रूपये है। मामले में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत् कार्यवाही करते हुए पांचों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

भारी मात्रा में जप्त की गई नशीली दवाईयों के संबंध में आरोपी मिथलेश शाह से पूछताछ की गई जो उसने बताया कि नशीली दवाईयों को कम कीमत पर बड़े शहरों सागर, कटनी व रीवां से लाकर अपने मेडिकल स्टोर में बेचने हेतु रखता था और ज्यादा पैसा कमाने के नियत से अवैध नशीली दवाई को छत्तीसगढ़ के छोटे व्यापारियों को ही ऊंचे दर पर बिक्री कर लाभ अर्जित करता था।

मेडिकल स्टोर संचालक अब तक केवल छत्तीसगढ़ के व्यापारियों को ही अवैध नशीली दवाईयों को बिक्री करता था साथ ही वह मेडिकल स्टोर की आड़ में नशे का कारोबार कर पुलिस से बचता रहा। जिसकी सूचना पुलिस अधीक्षक को मिलने पर उन्होंने पहली बार दिगर राज्य पुलिस टीम को भेजने की रणनीति बनाई। यह पहला मामला है कि सूरजपुर की पुलिस मध्यप्रदेश में जाकर नशे के कारोबार करने वाले मेडिकल स्टोर में रेड़ कार्यवाही कर भारी मात्रा में नशीली दवाईयों को बरामद किया है।

मध्यप्रदेश के माड़ा कस्बे में सूरजपुर पुलिस के द्वारा अवैध नशीली दवाईयां पर कार्यवाही करते देख अन्य मेडिकल स्टोर संचालकों में खलबली मची हुई है तथा वहां के आमजनों के द्वारा दूसरे राज्य से आकर कार्यवाही करता देख सूरजपुर पुलिस की प्रशंसा की गई।

इन नशीली दवाओं को पुलिस ने किया जप्त।

पुलिस ने 22660 नग कैप्सूल, 30800 नग टेबलेट, 966 नग इंजेक्शन एवं 95 नग कफ सिरप कुल 54 हजार 5 सौ 21 नग नशीली दवाईयां जप्त किया है जिनमें ओनरेक्स कफ सिरप 95 नग, एविल इंजेक्शन 886 नग, रेक्सोजैसिक इंजेक्शन 40 नग, लेबोरेट इंजेक्शन 40 नग, ट्रीडोल 50 कैप्सूल 3300 नग, सिंप्लेक्स सी प्लस कैप्सूल 12928 नग, पाइवोन स्पास प्लस कैप्सूल 1536 नग, स्पास ट्रानकन प्लस कैप्सूल 4896 नग, अल्प्राजोलम टेबलेट 600 नग एवं अल्प्रोकेन टेबलेट 30200 नग है जिसकी बाजारू कीमत करीब 25 लाख रूपये है।

मेडिकल स्टोर संचालक के द्वारा जिन बड़े शहरों के संस्थानों से नशीली दवाईयों को लाया जाता है उन संस्थानों के विरूद्व पृथक से उचित कार्यवाही की जाएगी। पुलिस ने इन नशीली दवा कंपनी के विरूद्व उचित कार्यवाही व नियंत्रण हेतु राज्य एवं केन्द्र सरकार को पत्राचार किया जा रहा है कि इनके वितरण में पर्याप्त नियंत्रण रखी जावे, प्रतिबंधित दवा शहरी दुकानों में भेजे जाने के बाद वह छोटे-छोटे कस्बे के दुकानों में चली जाती है।

बसदेई, विश्रामपुर व खड़गवां पुलिस ने इसके पूर्व नशे के विरूद्व 14 मामले में 31 लोगों पर कर चुकी है कार्यवाही।

पुलिस अधीक्षक सूरजपुर के द्वारा नशे के विरूद्व चलाए जा रहे अभियान के तहत् बसदेई पुलिस के द्वारा एक और बड़ी सफलता हासिल करते हुए अन्र्तराज्जीय गिरोह का पर्दाफाश कर नशे की कड़ी को तोड़ी है। इसके पूर्व भी बसदेई पुलिस ने वर्ष 2019 में 7 अलग-अलग प्रकरणों में 13 लोगों से करीब 81 हजार रूपये कीमत के अवैध मादक पदार्थ गांजा एवं करीब 9 लाख रूपये कीमत, विश्रामपुर पुलिस ने 6 अलग-अलग मामलों में 16 लोगों से करीब 5 लाख 40 हजार रूपये के नशीली दवाईयों एवं खड़गवां पुलिस के द्वारा 12 नवम्बर 2019 को 2 लोगों से 5 लाख रूपये कीमत के नशीली कफ सिरप बरामद कर आरोपियों को जेल भेजा है।

प्रेस क्लब व पत्रकार सुरक्षा समिति के जिलाध्यक्षों ने पुलिस अधीक्षक को किया सम्मानित।

दिगर राज्य जाकर नशे के विरूद्व सूरजपुर पुलिस के द्वारा अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही किए जाने पर सूरजपुर प्रेस क्लब एवं पत्रकार सुरक्षा समिति के जिलाध्यक्षों ने पुलिस अधीक्षक श्री राजेश कुकरेजा को सम्मानित किया है।

सफलता पर एसपी ने पूरी टीम को ईनाम देने की घोषणा।

बसदेई पुलिस की इस सफलता पर पुलिस अधीक्षक ने पूरी टीम को नगद ईनाम देने की घोषणा की है साथ ही पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ द्वारा चलाए जा रहे इन्द्रधनुष योजना में पूरी पुलिस टीम को पुरस्कृत करने हेतु अनुशंसा की गई है। कार्यवाही में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु का भी योगदान रहा।

कार्यवाही एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज के नेतृत्व में हुई जिसमें एसआई अजहरूद्दीन, चौकी प्रभारी बसदेई सुनील सिंह, प्रधान आरक्षक मनोज पोर्ते, हंसराम कनेडिया, आरक्षक अमरेन्द्र दुबे, जितेन्द्र पटेल, देवदत्त दुबे, महेन्द्र प्रताप सिंह, प्रदीप साहू, महेन्द्र यादव, थामस मिंज, जयप्रकाष सिंह, रामनारायण सोनवानी, राकेश बंजारे, मोहन रजक, प्रदीप जायसवाल, महिला नगर सैनिक रीमा गुप्ता सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

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