गुरुवार, 11 जुलाई 2019

पुलिस के कार्यो में सहयोग करेगा स्टूडेंट पुलिस कैडेट.....

स्टूडेंट पुलिस कैडेट के छात्र-छात्राओं की हुई बैठक

कैडेट को थाना सूरजपुर का भ्रमण करा दी गई थाना के कार्यो की जानकारी

सूरजपुर। भारत सरकार, गृह मंत्रालय की स्टूडेंट पुलिस कैडेट कार्यक्रम स्कूल आधारित युवाओं के विकास के लिए तैयार की गई है। स्टूडेंट पुलिस कैडेट को इनडोर व आउटडोर प्रशिक्षण देकर इन्हें संवेदनशील व जिम्मेदार बनाने ताकि वे अपराध नियंत्रण व शांति व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की मदद कर सके। योजना के कुशल क्रियान्वयन की जिम्मेदारी पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने सीएसपी डी.के.सिंह को सौंपी है। जिले में स्टूडेंट पुलिस कैडेट के संचालन हेतु 5 स्कूलों शा.कन्या उ.मा.वि. विश्रामपुर, शा.बालक उ.मा.वि. विश्रामपुर, शा.कन्या उ.मा.वि. सूरजपुर, शा.बालक उ.मा.वि. सूरजपुर एवं जवाहर नवोदय विद्यालय बसदेई के 60 छात्र/छात्राओं का चयन किया गया है। इन कैडेटों को आउट डोर, इनडोर प्रशिक्षण एवं पुलिस के कार्यो की जानकारी देने, थाना का भ्रमण कराने सहित अन्य जानकारी दिए जाने के दिशा-निर्देश पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के मार्गदर्शन में नोडल अधिकारी सीएसपी डी.के.सिंह के द्वारा स्टूडेंट पुलिस कैडेट के चयनित छात्र/छात्राओं की बैठक पुलिस कन्ट्रोल रूम के सभाकक्ष में गुरूवार 11 जुलाई को लिया।
इस दौरान सीएसपी डी.के.सिंह ने कैडेटों को पुलिस की भूमिका और उनके कार्यो, अपराधों की रोकथाम और नियंत्रण, धोखाधड़ी के शिकार ग्रामीणजन न हो इस दिशा में किए जा रहे कार्यो से अवगत कराया। उन्होंने चयनित कैडेट को स्टूडेंट पुलिस कैडेट के कार्याे एवं पुलिस क्यों आवश्यक है इसकी विस्तार पूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर सीएसपी डी.के.सिंह ने कहा कि पुलिस वह एजेंसी है जो कानून के शासन को लागू करती है और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखती है। पुलिस का सबसे महत्वपूर्ण कार्य अपराध को रोकना, अपराध का पता लगाना और उसकी जांच करना है। नागरिकों के अधिकार, उनकी स्वतंत्रता, व्यक्तिगत् गरिमा को बनाए रखना तथा सार्वजनिक व्यवस्था यातायात का सुचारू संचालन भी पुलिस का एक महत्वपूर्ण कर्तव्य है। उन्होंने सुुव्यवस्थित एवं दुर्घटनारहित यातायात के लिए आवश्यक है कि वाहन के उपयोग करने वाले एवं सड़क पर चलने वाले प्रत्येक नागरिक को यातायात के नियमों की पूर्ण जानकारी हो, छात्राओं को अनुशासन में रहकर लक्ष्य की दिशा में बढ़ने, महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा तथा विभिन्न कार्यवाहियों सहित अन्य अनुभवों की जानकारी दी। सीएसपी श्री सिंह ने स्कूली छात्र-छात्राओं को पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, पुलिस कंट्रोल रूम, थाना प्रभारी एवं अपना मोबाईल नंबर की जानकारी नोट कराया और कहा कि किसी विषम परिस्थिति, अपराध, घटना अथवा दुर्घटना की सूचना हमें दें पुलिस आपकी सुरक्षा हेतु तत्पर है।
इस अवसर पर सहायक नोडल अधिकारी रक्षित निरीक्षक भूपेन्द्र कुर्रे ने कहा कि पुलिस के साथ कार्य करने से आपको उनके कार्यो की अनुभव होगी और पुलिस का सहयोग भी होगा, जहां भी अपराधिक गतिविधियां नजर आए तो उसकी सूचना तत्काल पुलिस तक पहुंचाए ताकि पुलिस तत्काल मौके पर पहुंचकर उचित कार्यवाही कर सके। 

60 स्टूडेंट पुलिस कैडेट में से 10 के परिजन है पुलिस विभाग की सेवा में।

सीएसपी डी.के.सिंह ने पुलिस के कार्यो एवं अपने सेवा के अनुभव के बारे में चर्चा करने के दौरान स्टूडेंट पुलिस कैडेट के छात्र-छात्राओं से पूछा कि किन-किन के परिजन पुलिस विभाग की सेवा में है जिस पर 10 छात्र-छात्राओं ने अपने परिजनों को पुलिस विभाग की सेवा में होना बताया।

यातायात की जानकारी दे परिजनों को।

बैठक में स्टूडेंट पुलिस कैटेड के छात्र-छात्राओं को यातायात के नियमों की जानकारी एवं उसका पालन करने की समझाईश दी गई तथा उन्हें अपने परिजनों को भी यातायात नियमों से अवगत कराकर उसका पालन करने हेतु बोला गया। स्कूल आने-जाने के दौरान सड़क पर विशेष सावधानी बरतने को कहा ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना न हो। 

स्टूडेंट पुलिस कैडेट के किया थाना का भ्रमण।

बैठक के उपरान्त नोडल अधिकारी सीएसपी डी.के.सिंह एवं सहायक नोडल अधिकारी रक्षित निरीक्षक भूपेन्द्र कुर्रे ने स्टूडेंट पुलिस कैडेट के छात्र/छात्राओं को थाना सूरजपुर का भ्रमण कराया। इस दौरान सीएसपी ने छात्र-छात्राओं को थाना प्रभारी, प्रधान आरक्षक मोहर्रिर, मालखाना, शस्त्रागार, सीसीटीएनएस शाखा के कार्यो की विस्तृत जानकारी दी। भ्रमण के दौरान जवाहर नवोदय विद्यालय की एक छात्रा ने सीएसपी से पूछा कि जप्त वाहन का पुलिस क्या करती है जिस पर सीएसपी ने बताया कि पुलिस के द्वारा जप्त किए गए वाहन का न्यायालय के आदेश पर निराकरण किया जाता है। 
इस दौरान रक्षित निरीक्षक भुपेन्द्र कुर्रे, शासकीय बालक उ.मा.वि. विश्रामपुर के प्राचार्य सुचित्रा खलखो, शिक्षक शबाब हुसैन, राजेश कुमार सिंह, योगेश कुमार पाण्डेय, जितेन्द्र कुमार, उमा, शोभना रंजीत, अनुराग सिंह बघेल, प्रधान आरक्षक रामनिवास तिवारी, आरक्षक सुरेश साहू सहित स्टूडेंट पुलिस कैडेट के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

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सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।