शुक्रवार, 17 मई 2019

17 मई से आगाज हुई सूरजपुर पुलिस का बैडमिंटन लीग प्रतियोगिता। पुलिस अधीक्षक की टीम ने जीता शो मैच। पुलिस विभाग में खेल को बढ़ावा देने हुआ आयोजन।



सूरजपुर: पुलिस परिवार सूरजपुर के द्वारा डाॅ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी इण्डोर स्टेडियम सूरजपुर में 3 दिवसीय पुलिस बैडमिंटन लीग प्रतियोगिता शुक्रवार से प्रारंभ हुई। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के मार्गदर्शन में आयोजित इस लीग में कार्यालय एवं थाना-चौकी के पुलिस अधिकारी-कर्मचारियों की 24 टीमों ने भाग लिया जिसमें 8 टीमे क्वार्टर फाईनल के लिए क्वालीफाई किया। 18 मई को 4 क्वार्टर एवं 2 सेमी फाईनल मैच खेले जाएंगे। बैडमिंटन लीग का शो मैच पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल, डीएसपी प्रकाश सोनी एवं सीएसपी डी.के.सिंह, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज ने खेला जिसमें एसपी सूरजपुर श्री जायसवाल की टीम ने जीत दर्ज की। मंच का संचालन प्रधान आरक्षक रामनिवास तिवारी के द्वारा किया गया।
इस दौरान पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने कहा कि पुलिस को हर समय मुस्तैद रहना पड़ता है कब कहा किसे ड्यूटी के लिए जाना पड़ जाए इसके लिए वह सदैव तत्पर रहते है। शारीरिक फिटनेश बनाए रखने के लिए खेल आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस लीग की रूपरेखा बहुत कम समय में तैयार की गई जिसके लिए यहां की पुलिस अधिकारीगण बधाई के पात्र है। जिले की पुलिस खेल हो या सौपे गए कर्तव्य इसे बेहतर रूप से संपादित कर रही है। 
इस दौरान सीएसपी डी.के.सिंह, एसडीओपी मनोज ध्रुव, एसडीओपी ओड़गी मंजूलता बाज, डीएसपी मुख्यालय प्रकाश सोनी, डीएसपी रामश्रृंगार यादव, एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी सहित पुलिस कार्यालय के अधिकारीगण व प्रतियोगिता में भाग ले रहे थाना-चौकी के पुलिस अधिकारी-कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।