रविवार, 24 मार्च 2019

शासकीय उचित मूल्य दुकानों का ताला तोड़कर चोरी करने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार


सूरजपुर। जिले में लगातार हो रही चोरी के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के द्वारा थाना प्रभारियों को पेट्रोलिंग एवं रात्रि गश्त प्रभावी तौर पर कराने के साथ ही मुखबीर तंत्र को मजबूत करने, रात्रि में संदिग्ध अवस्था में घूमने वालों से बारीकी से पूछताछ करने के निर्देश दिए थे। 
पुलिस अधीक्षक श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन में एएसपी हरीश राठौर के मार्गदर्शन में सीएसपी डी.के.सिंह व एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी के नेतृत्व थाना प्रभारी विश्रामपुर के द्वारा थाना में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक 24/19 धारा 457, 380 भादवि की विवेचना पर टीम सहित सीतापुर की ओर रवाना हुए थे उसी दौरान मुखबीर सूचना के अनुसार ग्राम घाघीपारा रायकेरा, थाना सीतापुर निवासी जब्बीर खान एवं उसके साथी ग्राम नकना, थाना सीतापुर निवासी 22 वर्षीय राजेश उर्फ छोटू बादी पिता हीरू को चोरी के संदेह में पूछताछ हेतु थाना लाया गया था, पुलिस के द्वारा हिकमत अमली से पूछताछ करने पर दोनों ने थाना प्रेमनगर क्षेत्र के ग्राम पार्वतीपुर व रामानुजनगर क्षेत्र के ग्राम सुमेरपुर के उचित मूल्य दुकान का ताला तोड़कर चावल, गेहॅू, चना व इलेक्ट्रानिक तौल कांटा की चोरी कर उसे अपनी पीकप में लोड कर ले जाना बताया। इस संबंध में प्रेमनगर व रामानुजनगर थाना से चोरी के संबंध में तस्दीक किए जाने पर थाना प्रेमनगर में अपराध क्रमांक 07/19 धारा 457, 380 तथा थाना रामानुजनगर में अपराध क्रमांक 40/19 धारा 457, 380 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है। आरोपी जब्बीर खान पिता स्व. अफीद खान उम्र 43 वर्ष निवासी घाघीपारा, रायकेरा, थाना सीतापुर, जिला सरगुजा के ग्राम काराबेल स्थित उसके स्वयं के किराना दुकान से चोरी का 03 बोरी चना, 05 बोरा गेहॅू व 67 बोरा चावल, इलेक्ट्रानिक तौल कांटा एवं चोरी में प्रयुक्त पीकप वाहन क्रमांक सीजी 15 एसी 0819 जप्त किया गया है जिसकी कुल कीमत 5 लाख रूपये है। प्रकरण में आरोपी जब्बीर खान एवं राजेश उर्फ छोटू बादी को पुलिस ने पकड़ा है जबकि जब्बीर के अन्य दो साथी फरार है जिनकी पतासाजी की जा रही है।इस कार्यवाही में थाना प्रभारी विश्रामपुर कपिलदेव पाण्डेय, चौकी प्रभारी करंजी, प्रमोद पाण्डेय, चौकी प्रभारी तारा राजेश तिवारी, प्रधान आरक्षक इन्द्रजीत सिंह, वरूण तिवारी, आनंद सिंह, आरक्षक अखिलेश पाण्डेय, अजय सिंह, उदय सिंह व ताराचंद यादव सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।