शनिवार, 12 जनवरी 2019

भटगांव पुलिस ने अवैध नशीली दवाईयों के साथ 3 लोगों को किया गिरफ्तार



*   वास्तविक कीमत से 10-12 गुना अधिक रेट पर बेची जाती थी नशीली दवाईयां
सूरजपुर।पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के द्वारा जिले में अवैध शराब, मादक पदार्थ एवं नशीली दवाईयों के कारोबार में लिप्त लोगों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने के निर्देश थाना व चौकी प्रभारियों को दिए गए थे।
इसी परिप्रेक्ष्य में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर के मार्गदर्शन में थाना क्षेत्र में रहने वाले लोगों द्वारा लगातार नशीली दवाईयों के खिलाफ पुलिस प्रशासन के साथ मिलकर सघन अभियान चलाकर थाना क्षेत्र में नशीली दवाईयों का सप्लाई करने वाले ग्राम दतिमा चौक चौकी करंजी क्षेत्रान्तर्गत रहने वाले लोगों को गोपनीय मुखबीर की सूचना के आधार पर गत् 11 जनवरी को ग्राम दतिमा, चैकी करंजी, थाना विश्रामपुर निवासी 32 वर्षीय मोहम्मद इब्राहीम उर्फ भउसा पिता मोहम्मद सकुर, 20 वर्षीय जुनैद अंसारी पिता अली अंसारी एवं 46 वर्षीय मोइनुद्दीन पिता स्व. लियाकत अली के कब्जे से नशीली दवाईयां एविल 10 एमएल इंजेक्शन 27 नग, बुप्रेनोफिन इंजेक्शन 88 नग, विटकोफोल-सी इंजेक्शन 16 नग, सेरेजेक 2 एमएल इंजेक्शन 05 नग, एन्जीटीम 0.5 टेबलेट 16 नग, स्पास्मो टेबलेट 27 नग जिसकी कुल कीमत 1560 रूपये को विधिवत् जप्त किया जाकर अपराध क्रमांक 09/19 धारा 21बी एनडीपीएस एक्ट का मामला पंजीबद्ध कर तीनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस के द्वारा आरोपियों से पूछताछ किये जाने पर आरोपियों के द्वारा नशीली दवाईयों को कटनी मध्यप्रदेश से लाकर भटगांव क्षेत्र के नशेडियों को नशीली दवाओं को वास्तविक कीमत से 10-12 गुना अधिक दर पर बेचते थे।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी भटगांव किशोर केवट, एएसआई के.के.यादव, प्रधान आरक्षक सुभाष ठाकुर, आरक्षक विनोद परीडा, अशोक कनौजिया, अवधेश कुशवाहा, राहित सिंह सहित अन्य स्टाफगण सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।