शनिवार, 25 अगस्त 2018

सूरजपुर पुलिस ने थाना चौकी के अधिकारी कर्मचारियों को दी वायरलेस सेट संचालन का प्रशिक्षण



सूरजपुर ।आगामी विधान सभा चुनाव को दृष्टिगत् रखते हुये पुलिस महानिरीक्षक, सरगुजा रेंज श्री हिमांशु गुप्ता के द्वारा रेंज के समस्त थाना/चौकी में कार्यरत् पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को वायरलेस सेट का परिचालन में पारंगत करने के लिये निर्देश दिये गये थे। 
जिसके परिपालन में पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने जिले के समस्त थाना चौकी में पदस्थ पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों को आगामी विधानसभा चुनाव के परिपेक्ष्य में संचार सुविधाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से वायरलेस सेट का प्रशिक्षण देने सहित अन्य आधुनिक एप्स की जानकारी देने हेतु दूरसंचार प्रभारी प्रभुदान मिंज एवं साईबर व कन्ट्रोल रूम प्रभारी नीलाम्बर मिश्रा को निर्देशित किया। 
इन दोनों प्रभारियों के द्वारा सूरजपुर जिले के सभी थाना/चौकी में जाकर वहां पदस्थ समस्त पुलिस अधिकारी/कर्मचारियों को वारयलेस सेट का संचालन का प्रशिक्षण दिया गया इसके अलावा वायरलेस सेट से जीपीएस लोकेशन निकालना, मोबाईल एप्स का बेहतर उपयोग किस प्रकार किया जाना है, मोबाईल एवं कम्प्यूटर से कैसे पीडीएफ फाईल बनाई जाये इसका प्रशिक्षण भी दिया गया, थाना में उपलब्ध संचार के संसाधनों को चेक किया गया एवं पाये खामियों को दुरूस्त किया गया। जिले के सुदूर स्थित थाना व चैकी जहां वायरलेस सेट कनेक्टिविटी कमजोर है उन स्थानों को सर्वेक्षण कर स्थान चिन्हांकित किया गया है ताकि उन स्थानों पर वायरलेस कनिक्टिविटी बेहतर बनाये रखने हेतु रिपिटर लगवाई जा सके। चुनाव के दौरान मतदान केन्द्र से संचार व्यवस्था दुरूस्त बनाये रखना चुनौतीपूर्ण माना जाता है उस दौरान पुलिस की संचार व्यवस्था ही सबसे महत्वपूर्ण होती है इस दिशा में अभियान चलाकर जो प्रशिक्षण दिया गया है यह बहुत ही महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
उक्त प्रशिक्षण दूरसंचार प्रभारी प्रभुदान मिंज एवं साईबर/कन्ट्रोल रूम प्रभारी नीलाम्बर मिश्रा, प्रधान आरक्षक जयप्रकाश सिंह के द्वारा दिया गया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।