शनिवार, 3 सितंबर 2022

मॉ की हत्या करने वाले बेटे को चौकी उमेश्वरपुर पुलिस ने किया गिरफ्तार।


सूरजपुर। ग्राम नमना चौकी उमेश्वरपुर निवासी बुढ़नराम गोंड़ ने चौकी उमेश्वरपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसकी पत्नी 40 वर्षीय हिरमनिया करीब 4 माह पूर्व से घर में नहीं रहती है, शराब का सेवन करती है, गांव में घुम-घुमकर दूसरों के घर में रहती थी, गुरूवार के रात्रि में गांव के ही एक महिला के यहां से इसकी पत्नि हिरमनिया बडे बेटे सुमित कुमार के साथ घर आ रही थी रास्ते में वह घर जाने से मना की तो सुमीत के द्वारा शराब पीकर घुमती है घर नहीं जाती है, बदनामी हो रहा है बोलकर गुस्से में अपनी मॉ को खींचते हुए जमीन में घसीटते हुए घर से कुछ दूर खेत किनारे एक पेड़ के नीचे ले जाकर जमीन में पटक दिया और उसके सिर में बड़ा सा पत्थर पटककर प्राण घातक प्रहार कर हत्या कर दिया। प्रार्थी की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 104/22 धारा 302 भा.दं.सं. के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।
        मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने चौकी प्रभारी देवनाथ चौधरी को तत्काल आरोपी की गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह व एसडीओपी प्रेमनगर प्रकाश सोनी के मार्गदर्शन में चौकी उमेश्वरपुर की पुलिस ने आरोपी सुमित कुमार पिता बुढ़नराम गोंड़ उम्र 18 वर्ष 6 माह को पकड़ा। पूछताछ पर उसने अपनी मॉ की हत्या करना स्वीकार किया। मामले में घटना में प्रयुक्त आलाजरब जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी प्रेमनगर विपिन लकड़ा, चौकी प्रभारी उमेश्वरपुर देवनाथ चौधरी, प्रधान आरक्षक फिरोज खान, आरक्षक राकेश सिंह, विक्रम सिंह व मंगलमूर्ति नेताम सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।