सोमवार, 30 मई 2022

नागरिकों की समस्या निराकरण के लिए सूरजपुर पुलिस निरंतर कर रहा पुलिस चौपाल का आयोजन


सूरजपुर। आम जनता को साइबर फ्राॅड की जानकारी से अवगत कराते हुए उससे बचाव के उपाए के बारे में जागरूक करने पुलिस चैपाल का आयोजन करने पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को निर्देशित किया है। इसी परिपेक्ष्य में बीते सोमवार को थाना प्रतापपुर पुलिस के द्वारा ग्राम गोड़गांवा में पुलिस चौपाल का आयोजन कर लोगों की समस्याओं को सुना गया और निराकरण किया, लोगों को यातायात नियम, साईबर फ्राॅड के बारे में बताते हुए सावधानी बरतने की हिदायत देकर जागरूक किया गया। इस दौरान पुलिस अधिकारियों ने ग्रामीणों की समस्या व शिकायतों को सुना और निराकरण किया, एटीएम फ्रॉड, आनलाईन धोखाधड़ी, टावर लगाने के नाम पर किए जा रहे धोखाधड़ी के बारे में लोगों को बताकर सर्तक किया। गांव में बाहर से आने वाले व्यक्तियों की जानकारी देने की समझाईश दी गई, नशे से होने वाले दुष्प्रभाव, महिलाओं की सुरक्षा संबंधी कानूनी जानकारी, यातायात नियमों की जानकारी दिया। धोखाधड़ी की रोकथाम की जानकारी देते हुए इस प्रकार के झांसे में आने पर साइबर क्राईम हेल्प लाईन नंबर 1930 पर तुरंत सम्पर्क करने की समझाईश दी।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।