गुरुवार, 14 अप्रैल 2022

सूरजपुर पुलिस ने किया साईबर क्राईम जागरूकता पर कार्यशाला का आयोजन,

* सायबर की पाठशाला से वेटनरी पॉलिटेक्निक कालेज सूरजपुर के छात्र-छात्राएं हुए लाभान्वित

सूरजपुर। पुलिस अधीक्षक श्री राजेश अग्रवाल के निर्देश पर पुलिस अधिकारियों के द्वारा साईबर क्राईम जागरूकता पर कार्यशाला का आयोजन कर छात्र-छात्राओं को साईबर अपराध से बचने के तरीके के साथ ही साईबर फ्राड होने पर किस प्रकार हानि से बचा जा सकता है इसके बारे में अवगत कराया जा रहा है। बीते 13 अप्रैल को एसडीओपी सूरजपुर गीता वाधवानी, थाना प्रभारी सूरजपुर दीपक पासवान, साईबर सेल प्रभारी एसआई नीलाम्बर मिश्रा व सायबर सेल के रोशन सिंह के द्वारा वेटनरी पॉलिटेक्निक कालेज सूरजपुर में साईबर क्राईम जागरूकता हेतु सायबर की पाठशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान एसडीओपी सूरजपुर ने छात्र-छात्राओं को कहा कि वर्तमान दौर में समाज में जैसे जैसे तकनीक का उपयोग दैनिक जीवन में बढ़ रहा है वैसे वैसे नये अपराध समाज में बढ़ रहे हैं। जिनमें आर्थिक और सामाजिक अपराध और उनमें कम्प्यूटर, मोबाइल व इंटरनेट का प्रयोग करके अपराधी प्रवृत्ति के लोग नागरिकों की जीवन भर की कमाई लूट रहे हैं। महिलाओं को परेशान करने व अपमानित करने के लिए भी असामजिक तत्व सोशल मिडिया का प्रयोग कर रहें हैं। फर्जी नंबरों से फोन काल, नकली बैंक अधिकारी बन लोन फ्राड, केवाईसी सत्यापन के नाम पर आनलाइन ठगी जैसे अपराध घटित हो रहे है। इन सभी अपराधों के मूल में पीड़ित की अज्ञानता अथवा लालच ही पहला चरण होता है। उन्होंने कहा कि हमें किसी लालच में नहीं आना है, झांसे में आकर किसी प्रकार की ओटीपी, एटीएम कार्ड पिन नंबर की जानकारी किसी के साथ झांसा नहीं करना है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को लगन व निष्ठा के साथ पढ़ाई करने की समझाईश भी दी। थाना प्रभारी सूरजपुर ने छात्राओं को महिला सुरक्षा के लिए अत्यंत उपयोगी अभिव्यक्ति ऐप के बारे में अवगत कराया बल्कि छात्राओं को अभिव्यक्ति ऐप मोबाईल में डाउनलोड भी करवाया और अनुशासित ढंग से पढ़ाई करने इत्यादि के संबंध में जानकारी देकर आवश्यक समझाईश दिया गया। इस दौरान एसआई नीलाम्बर मिश्रा ने सायबर स्पेस व सायबर क्राइम के संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए प्रतिभागियों को बताया कि जब तक हम किसी प्रकार की गलती नहीं करते, तब तक ठगी से बचे रहते है, किसी प्रकार के लालच में आकर वाटसएप अथवा टेक्सट मैसेज में भेजे गई लिंक पर टच करते है हमारे साथ ठगी हो जाता है, ऐसी ठगी न हो इसके बारे में महत्वपूर्ण जानकारियों से अवगत कराया। यातायात नियम, महिलाओं की सुरक्षा के लिए बने कानूनों, विधिक जानकारियों से अवगत कराते हुए कहा कि पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर है, किसी प्रकार की समस्या होने पर अवगत कराए। 
                सूरजपुर पुलिस के द्वारा चलाए जा रहे सायबर की पाठशाला के बारे में छात्रों को अवगत कराया एवं सायबर सुरक्षा के लिए सूरजपुर पुलिस द्वारा प्रकाशित पाम्पलेट "क्या करें और क्या न करें" भी प्रतिभागियों को वितरित किया गया। ठगी होने पर तत्काल नजदीकी पुलिस थाना, cybercrime.gov.in अथवा हेल्पलाईन 1930 पर शिकायत दर्ज कराने की विधि से अवगत कराया गया।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।