मंगलवार, 26 अप्रैल 2022

अवैध कोयला के कारोबार पर सूरजपुर पुलिस की कार्यवाही, 17500 रूपये कीमत के 2.5 टन कोयला, 1 पिकअप वाहन जप्त, 2 गिरफ्तार

सूरजपुर। अवैध कोयला कारोबार पर रोक लगाने को लेकर थाना विश्रामपुर की पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 17500 रूपये कीमत के कोयला व परिवहन में प्रयुक्त पिकअप वाहन जप्त कर 2 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश अग्रवाल ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को अवैध कारोबार पर सतत निगाह रखते हुए कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। सोमवार को थाना प्रभारी विश्रामपुर को मुखबीर से सूचना मिला कि रेहर गायत्री खदान से पिकअप वाहन में दो व्यक्ति चोरी का कोयला लेकर कुरूवां जा रहे है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री हरीश राठौर व सीएसपी जे.पी.भारतेन्दु के मार्गदर्शन में सोमवार की रात्रि में कुरूवां मोड़ में घेराबंदी कर पिकअप वाहन क्रमांक यूपी 64 टी 3402 को रोकवाया गया जिनमें 2 व्यक्ति महेन्द्र प्रताप सिंह पिता बाबुलाल निवासी पोड़ी, थाना सूरजपुर एवं दिनेश सिंह पिता नेतराम निवासी पोतका, थाना उदयपुर मिले। वाहन की तलाशी लेने पर उसमें कोयला लोड़ पाया गया, कोयला परिवहन संबंधी दस्तावेज की मांग करने पर कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया जो कोयला चोरी का होने की पूर्ण अंदेशा पर धारा 41(1-4) जा.फौ./379 भादवि के तहत कार्यवाही करते हुए ढाई टन कोयला कीमत 17500/- रूपये एवं पिकअप वाहन जप्त कर दोनों को गिरफ्तार किया गया। कार्यवाही में ट्रेनी आईपीएस संदीप कुमार पटेल, थाना प्रभारी विश्रामपुर शिवकुमार खुटे, प्रधान आरक्षक आनंद कुमार सिंह, अविनाश सिंह, विकास सिंह, आरक्षक अकरम मोहम्मद व रविशंकर पाण्डेय सक्रिय रहे। 

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।