मंगलवार, 17 अगस्त 2021

सूरजपुर पुलिस ने चलित थाना लगाकर लोगों की सुनी समस्या..........


संवाद नंबर, हिम्मत कार्यक्रम, समर्पण अभियान व गुम मोबाईल खोजबीन के बारे में दी जानकारी।

सूरजपुर: पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता के द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने हेतु ग्रामों में चलित थाना लगाने के निर्देश जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को दिए है। इसी परिपेक्ष्य में बीते 12 अगस्त को चौकी प्रभारी बसदेई संजय सिंह के द्वारा मसिरा गांव में चलित थाना का आयोजन किया गया।
          चलित थाना में ग्रामीणों को कानून, साइबर क्राईम, वर्तमान में हो रहे धोखाधड़ी से जागरूक रहने की जानकारी देते हुए उनकी समस्याएं भी सुनी गई और निराकरण किया गया। चलित थाना में ग्रामीणों की ओर से पुलिस विभाग से संबंधित कोई भी शिकायत अथवा समस्या नहीं होना बताया। थाना प्रभारी सूरजपुर धर्मानंद शुक्ला ने मौजूद ग्रामीणों से पुलिस विभाग के अलावा अन्य विभाग से संबंधित कोई कार्य अथवा समस्या के बारे में पूछा। चौकी प्रभारी बसदेई के द्वारा चलित थाना में मौजूद जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से चर्चा कर गांव की स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने ग्रामीणों को कानून की जानकारी देते हुए अपराध से बचने की समझाईश दी। वर्तमान दौर में किए जा रहे फ्राड जिनमें बैंक एटीएम कार्ड बदलकर धोखाधड़ी करने तथा बैंक का अधिकारी अथवा कर्मचारी बनकर मोबाइल से आधार कार्ड एवं एटीएम कार्ड की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर बैंक खातों से रकम पार करने की घटित हो रही घटनाओं की विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को देते हुए ठगी का शिकार होने से बचने की सलाह दी। इसी क्रम में उन्होंने सोने के जेवरात डबल करने के नाम पर की जा रही ठगी की जानकारी नहीं ग्रामीणों को दी साथ ग्रामीणों को यातायात नियमों की जानकारी देते हुए उसका पालन करने की अपील की।
          पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में चलाए जा रहे हिम्मत कार्यक्रम जिसके तहत् महिला-बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षित दिए जाने, किसी प्रकार की समस्या-शिकायत के त्वरित निराकरण के लिए स्थापित संवाद नंबर 7999161672, गुम मोबाईल खोजबीन अभियान एवं समर्पण अभियान के बारें में ग्रामीणों को अवगत कराया। इस दौरान एएसआई बृजमोहन गुप्ता, प्रधान आरक्षक वरूण तिवारी, महेन्द्र यादव, मसिरा सरपंच सहाल सिंह, सचिव रामप्रसाद, सुन्दरपुर सरपंच हेम सिंह, पंच बजरंग लाल काशी, शुभग राम राजवाड़े, सुन्दर सिंह, शंकर सिंह, बुधराम सिंह, ओम प्रकाश राजवाड़े, सतेन्द्र सिंह सहित काफी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।