मंगलवार, 2 फ़रवरी 2021

सूरजपुर पुलिस ने आदतन आरोपी को किया गिरफ्तार, खोली गई गुण्डा बदमाश हिस्ट्रीशीट...........

सूरजपुर: बीते 31 जनवरी 2021 को माईनस कालोनी विश्रामपुर निवासी अजय प्रजापति पिता कन्नीलाल ने थाना विश्रामपुर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 30 जनवरी के रात्रि करीब 11.45 बजे अपने घर में सो रहा था की उसी समय घर के सामने दरवाजा पर कॉलोनी के ही भूपेंद्र मानिकपुरी उर्फ राकेश पर्रे, अजय मानिकपुरी उर्फ माणिक, सनी नेपाली उर्फ रोहित सिंह व रविंद्र मानिकपुरी सभी एक राय होकर इसके घर के सामने दरवाजा पर इसे पुरानी रंजिश की बात को लेकर गाली गलौज कर रहे थे कि यह दरवाजा खोल कर गाली गलौज करने से मना किया तो सभी इसके घर में घुसकर इसे गाली गलौज करते हुए हाथ मुक्का एवं डंडा से मारपीट किए, बीच-बचाव करने माता-पिता वह पड़ोसी आए जिन्हें भी सभी ने गाली गलौज किया, आवेदक की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 38/21 धारा 457, 294, 506, 323, 34 भादंसं. के तहत मामला पंजीबद्व किया गया। मामले की सूचना पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री राजेश कुकरेजा ने फरार आरोपियों की पतासाजी कर जल्द गिरफ्तार करने तथा इन आरोपियों का आपराधिक रिकार्ड खंगालने के निर्देश दिए।
          थाना प्रभारी विश्रामपुर सुभाष कुजूर व पुलिस टीम मामले में फरार आरोपियों की सरगर्मी पतासाजी करने के दौरान 2 फरवरी को मुखबीर से सूचना मिला कि रोहित सिंह उर्फ सनी नेपाली पिता विजय बहादूर सिंह उम्र 35 वर्ष दशहरा ग्राउण्ड के पास देखा गया है पुलिस टीम तत्काल वहां पहुंची और उसे घेराबंदी कर पकड़ा एवं विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया।
          पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर आरोपियों की आपराधिक रिकार्ड खंगालने पर पाया गया कि रोहित सिंह उर्फ सनी नेपाली के विरूद्व अब तक 19 मामले पंजीबद्व हुए है जिनमें लघु, प्रतिबंधात्मक एवं आबकारी अधिनियम के तहत् कार्यवाही की जा चुकी है। इस आरोपी के द्वारा बलवा, चोरी, मारपीट, आबकारी, जुआ व घर में घुसकर मारपीट करने जैसे घटना को अंजाम दे चुका है। आरोपी के विरूद्व पंजीबद्व मामलों की जानकारी पर पुलिस अधीक्षक सूरजपुर ने आदतन अपराधी रोहित सिंह उर्फ सनी नेपाली की गुण्डा बदमाश हिस्ट्रीशीट खोली है ताकि उस पर पुलिस की कड़ी नजर बनी रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।