मंगलवार, 16 जुलाई 2019

किराना दुकान में चोरी करने वाले 2 गिरफ्तार, रामानुजनगर पुलिस की कार्यवाही.............

सूरजपुर। रामानुजनगर पुलिस ने ग्राम गोकुलपुर के किराना दुकान में हुई चोरी के मामले का खुलासा करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार कर 7387 रूपय के मोबाईल सहित अन्य सामग्री जप्त किया है। गत् 15 जुलाई को ग्राम केशवपुर निवासी मुरारीलाल साहू ने थाना रामानुजनगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि 10-11 जुलाई की दरम्यिानी रात्रि में ग्राम गोकुलपुर स्थित किराना दुकान का छप्पर में चढ़कर सीढ़ी के दरवाजा का ताला तोड़कर किसी अज्ञात व्यक्ति ने दुकान से 15 रूपए हजार नगदी, किराना सामग्री, कपड़ा, मोबाईल सहित अन्य सामग्री कुल 25 हजार रूपये की चोरी करने की रिपोर्ट थाना रामानुजनगर में किए जाने पर अपराध क्रमांक 125/19 धारा 457, 380 भादवि के तहत् मामला पंजीबद्व कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल के निर्देशन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी के मार्गदर्शन में थाना रामानुजनगर पुलिस के द्वारा क्षेत्र के संदेहियों से बारीकी से पूछताछ की जा रही थी। इसी बीच पुलिस टीम को मुखबीर से सूचना प्राप्त हुई कि दो व्यक्ति ग्राम भुवनेश्वरपुर के किराना दुकान में मोबाईल एवं किराना सामग्री बेचने हेतु घुम रहे है। सूचना पाकर पुलिस टीम तत्काल ग्राम भुवनेश्वरपुर पहुंची और घेराबंदी कर ग्राम भुवनेश्वरपुर निवासी 18 वर्षीय जयप्रकाश उर्फ अजय साहू व ग्राम शिवपुर निवासी 27 वर्षीय अवकेश गुप्ता उर्फ मोनू पिता स्व. ओमकार गुप्ता को घेराबंदी कर पकड़ा गया जिनके कब्जे से मोबाईल, किराना सामग्री एवं कपड़ा कुल कीमती 7387/- रूपये एवं घटना में प्रयुक्त एचएफ डिलक्स मोटर सायकल क्रमांक सीजी 15 सीएन 0260 को जप्त कर दोनोें के विरूद्व अपराध सबूत पाए जाने पर विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि चोरी की वारदात के बाद नगदी रकम को खर्च करना एवं किराना सामग्री, कपड़ा एवं मोबाईल बेचने हेतु घुमने के दौरान पकड़े गए।
इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रामानुजनगर गोपाल ध्रुर्वे, प्रधान आरक्षक देवनारायण यादव, रविन्द्र भारती, आरक्षक विकास पटेल, संजय सिंह एवं रजनीश पटेल सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।