गुरुवार, 28 मार्च 2019

स्ट्रांग रूम की सुरक्षा का कलेक्टर-एसपी ने लिया जायजा


सूरजपुर।कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल ने बुधवार को पतरापारा के आईटीआई में स्थित  स्ट्रांग रूम जहां इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईव्हीएम) कड़ी सुरक्षा में रखी गई है उसकी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए सुरक्षा व्यवस्था में लगे सशस्त्र बल को चेक कर सुरक्षा कर्मियों को निर्देश दिए कि पूरी तरह चौकस रहकर स्टांग रूम की सुरक्षा करें। इस दौरान कलेक्टर व एसपी ने अधिकृत व्यक्तियों को ही  स्ट्रांग रूम में जाने देने की हिदायत दी,  स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीव्ही कैमरे सही ढंग से काम कर रहा है या नहीं उसका जायजा लिया।

एसएसटी तथा सुरक्षा बल सजग और चौकन्ने रहे: पुलिस अधीक्षक सूरजपुर

लोकसभा चुनाव सुरक्षित, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्वक सम्पन्न कराने स्थैतिक निगरानी दल का गठन किया गया है इस दल में प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारी व कर्मचारी को नियुक्त किया गया है। स्थैतिक निगरानी दल के द्वारा किसी भी परिस्थिति में अवैध शराब, नगदी सहित अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं परिवहन न हो यह सुनिश्चित करना तथा आपत्तिजनक वस्तुएं पाये जाने पर विधिवत् जप्त कर अग्रिम कार्यवाही कराना है।
स्थैतिक निगरानी दल के कार्यों, चेकिंग का रिकार्ड संधारण एवं चेक पोस्ट पर उपलब्ध सुविधाओं का जायजा लेने बुधवार 27 मार्च की देर शाम कलेक्टर सूरजपुर श्री दीपक सोनी एवं पुलिस अधीक्षक श्री जी.एस.जायसवाल लटोरी स्थित स्थैतिक निगरानी दल चेक पोस्ट का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सेक्टर मजिस्ट्रेट, पुलिस के अधिकारी व जवान उपस्थित मिले जिन्हें एसपी सूरजपुर श्री जायसवाल ने निर्देश दिया कि चेक पोस्ट पर 24 घंटे सतर्क रहें। रात-दिन प्रभावी ढंग से वाहन जांच अभियान चलाए। नियमित रूप से वाहन जांच अभियान चलाए जाने से अपराध पर भी अंकुश लगेगा। बाईक सहित चार पहिया वाहनों के डिक्की की जांच अवश्य करें और उसका रिकार्ड रजिस्टर में संधारित करें, अवैध परिवहन पर मुस्तैदी से कार्यवाही करने के निर्देश दिए। जिलेभर में 9 स्थानों पर एसएसटी की टीम कार्यरत है। लोकसभा चुनाव को लेकर सख्ती बरती जा रही है। कलेक्टर व एसपी के औचक निरीक्षण के दौरान उदनदस्ता दल भी मौजूद रहा।इस दौरान एसडीओपी सूरजपुर मनोज ध्रुव, डीएसपी मुख्यालय प्रकाश सोनी, चौकी प्रभारी लटोरी अजहरूद्दीन सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।