शुक्रवार, 11 जनवरी 2019

थाना रामानुजनगर पुलिस की कार्यवाही : 5 हजार कीमत के 1 टन कोयले के साथ एक आरोपी गिरफ्तार


सूरजपुर।गत् 10 जनवरी को नवपदस्थ थाना प्रभारी रामानुजनगर दीपक भारद्वाज को मुखबीर से सूचना मिली कि ग्राम साल्ही आमगांव एसईसीएल खदान की ओर से एक सफेद रंग का महेन्द्रा पीकप वाहन में अवैध रूप से कोयला भरकर गणेशपुर की ओर ले जा रहा है जिसकी सूचना से पुलिस अधीक्षक सूरजपुर श्री जी.एस.जायसवाल को अवगत कराए जाने पर एसपी श्री जायसवाल ने तत्काल नाकाबंदी करने के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मेघा टेंभुरकर व एसडीओपी प्रेमनगर चंचल तिवारी के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी रामानुजनगर पुलिस टीम के साथ ग्राम छिन्दिया चौक के पास घेराबंदी किया गया जो मुखबीर के बताये अनुसार पीकप वाहन को रुकवाकर तलाशी लिये जाने पर पीकप वाहन क्रमांक सीजी 15 डीबी 4002 में 1 टन कोयला लोड होना पाया वाहन चालक से पूछताछ करने पर अपना नाम रामजीत सिंह पिता अमोल सिंह उम्र 28 वर्ष निवासी ग्राम पवनपुर, थाना रामानुजनगर को होना बताया जिससे कोयला के संबंध में दस्तावेज की मांग किये जाने पर कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया। वाहन चालक से कड़ाई से पूछताछ करने पर वह बताया कि साल्ही आमगांव एसईसीएल खदान की ओर से ईंट के लिये कोयला ले जाना बताया जिसके विरूद्ध धारा 41(1-4) जा.फौ. 379 भादवि के तहत् कार्यवाही करते हुये 1 टन कोयला कीमत 5 हजार रूपये एवं पीकप वाहन विधिवत् जप्त किया गया एवं वाहन चालक रामजीत सिंह को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया।इस कार्यवाही में थाना प्रभारी रामानुजनगर दीपक भारद्वाज, एएसआई हीरालाल साहू, प्रधान आरक्षक सुरेन्द्र सिंह, आरक्षक अकरम मोहम्मद, गणेश सिंह, रामेश्वर एवं जगनायक सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।