शनिवार, 14 जून 2025

सूरजपुर पुलिस की बड़ी कार्रवाई। साइबर अपराध म्यूल अकाउंट के 7 मामले में 23 आरोपी किए गए है गिरफ्तार, 98 लाख 72 हजार रूपये से अधिक का संदिग्ध ट्रांजेक्शन का खुलासा।

 

सूरजपुर। जिले की पुलिस ने साइबर अपराध म्यूल अकाउंट मामलों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए अब तक विभिन्न थानों में पंजीबद्ध 7 मामलों में 23 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों के खातों की डिटेल खंगालने पर 98 लाख 72 हजार रूपये से अधिक का ट्रान्जेंक्शन की जानकारी सामने आई है।
            गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ एवं बैंक डिटेल के आधार पर खुलासा हुआ है कि साइबर ठगों के द्वारा केरल, हिमान्चल प्रदेश, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, ओड़िसा, गुजरात, जम्मू कश्मीर, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तमिलनाडू, राजस्थान, झारखण्ड, हरियाणा, तेलंगाना, कर्नाटक के विभिन्न जिलों से ठगी की रकम इन आरोपियों के खातों में ट्रांसफर कर आहरण किया गया है। डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने जिले में साइबर अपराध म्यूल अकाउंट के मामले में तेजी से कार्यवाही एवं विवेचना के लिए एक टीम गठित कर लगाया है।
              इसी क्रम में थाना विश्रामपुर पुलिस के द्वारा साइबर अपराध म्यूल अकाउंट मामले के जांच में पाया कि खाता धारक जितेन्द्र यादव जिसका एक्सीस बैंक विश्रामपुर में खाता संचालित है उक्त खाता में साइबर ठग के द्वारा जयपुर सिटी राजस्थान, बैंगलोर कर्नाटका से ठगी की रकम 99 हजार 9 सौ 90 रूपये ट्रान्सफर कर रकम आहरित किया है। सायबर फ्रॉड में संलिप्त होते हुए फ्राड के पैसे को खाता धारक के द्वारा कई बार अपने खाते में प्राप्त किया गया। खाता धारक द्वारा आपराधिक षड़यंत्र करना पाए जाने पर दिनांक 01.06.2025 को अपराध क्रमांक 134/25 धारा 317(4), 318(2), 61(2)(ए) बीएनएस के तहत पंजीबद्ध किया गया।
            डीआईजी व एसएसपी सूरजपुर श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने साइबर अपराध म्यूल अकाउंट के मामले में आरोपी की जल्द पकड़ने के निर्देश दिए। थाना विश्रामपुर पुलिस ने प्रकरण की विवेचना के दौरान आरोपी जितेन्द्र यादव पिता सुदामा उम्र 39 वर्ष एवं दिवेश कुमार यादव पिता जितेन्द्र उम्र 19 वर्ष निवासी ग्राम सपकरा बरपारा, थाना सूरजपुर को पकड़ा गया। पूछताछ पर खाताधारक जितेन्द्र यादव ने बताया कि एक्सिस बैंक विश्रामपुर में खाता खोलना एवं उसके लड़के दिवेश के द्वारा सायबर फ्राड हेतु अपने साथी को बैंक खाता एवं एटीएम का उसका कोड दिया है। मामले में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण में आगे की विवेचना जारी है। कार्यवाही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, सीएसपी एस.एस.पैंकरा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी विश्रामपुर अलरिक लकड़ा, एएसआई अविनाश सिंह व उनकी टीम सक्रिय रही।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।