शनिवार, 14 जून 2025

कबाड़ से भरी पिकअप वाहन सहित 3 लोगों को थाना जयनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार।

 

सूरजपुर। डीआईजी व एसएसपी श्री प्रशांत कुमार ठाकुर ने जिले के थाना-चौकी प्रभारियों को अवैध कार्यो पर पूर्णतः अंकुश लगाने व किसी प्रकार की अवैध कार्यो की सूचना पर विधि के अनुसार चेकिंग कर सख्ती से कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।
          इसी क्रम में दिनांक 24.05.2025 को थाना जयनगर पुलिस को मुखबीर से सूचना मिला कि सूरजपुर की ओर से पिकअप वाहन क्रमांक सीजी 15 एसी 2809 में अवैध कबाड़ लोकर कर 3 व्यक्ति अम्बिकापुर की ओर कहीं बेचने जाने वाले है। प्राप्त सूचना पर थाना जयनगर पुलिस ने थाना के सामने आने-जाने वाले वाहनों की चेकिंग करने लगी इसी दौरान उक्त वाहन आते दिखा जिसे घेराबंदी कर रोकवाकर तलाशी ली गई जिसमें कबाड़ लोड होना पाया गया। पिकअप वाहन में 3 व्यक्ति थे जिनसे कबाड़ का दस्तावेज की मांग किए जाने पर कोई कागजात पेश नहीं किया जो चोरी का होने की पूर्ण अंदेशा पर इस्तगाशा क्रमांक 3/2025 धारा 35(1-घ) बीएनएसएस/303(2), 3(5) बीएनएस के तहत कार्यवाही कर 2420 किलो कबाड़ व पिकअप वाहन जप्त कर आरोपी प्रेमलाल पिता धरमपाल राजवाड़े उम्र 40 वर्ष ग्राम पस्ता थाना रामानुजनगर, अर्जुन प्रसाद पिता द्वारिका प्रसाद उम्र 56 वर्ष व सौरभ गुप्ता पिता अर्जुन प्रसाद उम्र 23 वर्ष निवासी भैयाथान रोड़ सूरजपुर को गिरफ्तार किया गया। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी जयनगर नरेन्द्र सिंह, एएसआई विशाल मिश्रा, रघुवंश सिंह, प्रधान आरक्षक दीपक दुबे, आरक्षक विकास मिश्रा, सुरेश साहू, सैनिक जहांगीर आलम व नोहर साय राजवाड़े सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।