शनिवार, 25 जून 2022

गुरूकुल विद्या आश्रम के हितग्राहियों की रकम लेकर धोखाधड़ी करने के मामले में कोतवाली पुलिस ने 2 और आरोपी को किया गिरफ्तार


सूरजपुर। दिनांक 06.05.2022 को ग्राम दर्रीपारा निवासी पुष्पा देवांगन की रिपोर्ट पर गुरूकुल विद्या आश्रम के संचालक व कर्मचारी ऋषि नायक, दिग्विजय दास बैरागी, प्रीति बैस व अन्य 10 लोगों के द्वारा एनजीओ एक आस कल्याण संस्था सबरी साई वेलफेयर सोसायटी प्रशिक्षण, कम्प्यूटर शिक्षा, वर्मीवाश, सिलाई प्रशिक्षण के नाम पर 1850 हितग्राहियों से फर्जी रूप से इनाम का लालच देकर रसीद के माध्यम से 1 करोड 22 लाख 75 हजार रूपये की वसूली कर हितग्राहियों को लाभ से वंचित रखते हुए धोखाधड़ी किया गया। प्रार्थियां की रिपोर्ट पर थाना सूरजपुर में अपराध क्रमांक 196/22 धारा 420, 34 भादसं. का मामला पंजीबद्ध करते हुए 4 आरोपी ऋषि नायक, दिग्विजय दास बैरागी, प्रीति बैस व मदन मिश्रा को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है। मामले के अन्य आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के निर्देश पुलिस अधीक्षक श्री रामकृष्ण साहू ने थाना प्रभारी को दिए थे। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर व एसडीओपी गीता वाघवानी के मार्गदर्शन में थाना सूरजपुर की पुलिस टीम ने मुखबीर की सूचना पर आरोपी रमेश लाल पिता स्व. रोचलदास लाल उम्र 58 वर्ष निवासी बिलासपुर एवं अनिल साहू पिता जवाहरलाल साहू उम्र 38 वर्ष निवासी बाजारपारा सूरजपुर को गिरफ्तार किया है। इस कार्यवाही में थाना प्रभारी सूरजपुर प्रकाश राठौर, एएसआई रघुवंश सिंह, प्रधान आरक्षक विवेकानंद सिंह, आरक्षक रावेन्द्र पाल व हरशिंकर सिंह सक्रिय रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।