सोमवार, 7 फ़रवरी 2022

'महिला सुरक्षा ऐप -अभिव्यक्ति' की उपयोगिता से अवगत कराने सूरजपुर पुलिस का अभियान

  • अभिव्यक्ति ऐप की उपयोगिता के प्रति करें महिला-छात्राओं को जागरूक करने किया अपील
  • छात्रा ने किया अभिव्यक्ति ऐप का ट्रायल रन

सूरजपुर।     छत्तीसगढ़ पुलिस ने महिलाओं, बच्चियों की सुरक्षा और शिकायतों का समाधान करने के लिए बेहद उपयोगी ऐप बनाया है जिसमें 2 फीचर्स से लैस इस ऐप का नाम ‘‘अभिव्यक्ति’’ है। लोकेशन के हिसाब से एसओएस का बटन दबाते ही यूजर के पास तुरंत पुलिस सहायता पहुंचेगी। ऐप के माध्यम से महिलाएं कहीं से भी शिकायत पुलिस के पास दर्ज करा सकेंगी। महिलाओं-छात्राओं की सुरक्षा एवं सुविधा की दृष्टि से बनाए गए इस अभिव्यक्ति ऐप की जानकारी से अवगत कराने व इसके प्रचार-प्रसार को लेकर सूरजपुर जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत टीम रक्षक के साथ डीएसपी नंदिनी ठाकुर व एसडीओपी गीता वाधवानी स्कूलों में जाकर छात्राओं को इसके बारे में जागरूक कर विपरित परिस्थितियों, कठिनाईयों अथवा किसी प्रकार की समस्या पर कैसे इसका इस्तेमाल कर तत्काल पुलिस की सहायता ली जा सकती है उसकी जानकारी से अवगत कराया। सोमवार, 07 फरवरी को प्रभारी पुलिस अधीक्षक श्री राजेश अग्रवाल व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर के निर्देश पर डीएसपी नंदिनी ठाकुर, एसडीओपी गीता वाधवानी व टीम रक्षक शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सूरजपुर पहुंची जहां उन्होंने छात्राओं को ‘‘अभिव्यक्ति’’ ऐप के बारे में विस्तारपूर्वक बताया।

अभिव्यक्ति ऐप की उपयोगिता के प्रति महिला-छात्राओं को जागरूक करने किया अपील

            डीएसपी नंदिनी ठाकुर ने स्कूली छात्राओं को कहा कि इस एप के इस्तमाल के लिए सबसे पहले महिला-बालिकाओं को अपने मोबाइल फोन में प्ले स्टोर से अभिव्यक्ति महिला सुरक्षाा एप डाउनलोड करना है। इसमें उन्हें साइन इन करना है, अपना मोबाइल नंबर डालना है, ओटीपी आएगा उसे एप में डालना है, केवायसी अपडेट करना है, जिसके बाद महिलाएं कभी भी इस एप के माध्यम से अपनी शिकायत अपलोड कर तुरंत पुलिस की सहायता प्राप्त कर सकती है। एसडीओपी गीता वाधवानी ने शिक्षकों व छात्राओं से अपील करते हुए कहा कि यह ऐप महिला सुरक्षा के लिए बनाया गया है इसकी उपयोगिता की जानकारी से दूसरे छात्रों, रिश्तेदारों, आसपड़ोस के महिलाओं को जरूर अवगत कराए ताकि वे किसी कठिनाई के समय इस अभिव्यक्ति ऐप का उपयोग कर पुलिस सहायता ले सके।

छात्रा ने किया अभिव्यक्ति ऐप का ट्रायल रन

            पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में स्कूल की एक छात्रा ने अभिव्यक्ति ऐप को अपने मोबाईल पर इंस्टाल करते हुए ऐप में अपनी जानकारियां अंकित करने के बाद ऐप का ट्रायल रन के लिए उसने एसओएस बटन दबाया जिसके फौरन बाद छात्रा के पास पुलिस मुख्यालय से फोन आया। इस दौरान शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य अन्नू काण्डे, शिक्षक शिल्पा ओझा, अरूण चौबे, महिला प्रधान आरक्षक संतोषी वर्मा, टीम रक्षक सहित स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाएं व स्कूली छात्राएं मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।