सोमवार, 8 नवंबर 2021

सूरजपुर पुलिस, यूनिसेफ व टीसीएस के संयुक्त तत्वाधान में छात्राओं के लिए आत्मनिर्भरता मूलक आजीविका प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

हिम्मत कार्यक्रम के दूसरे चरण में छात्राओं को टीसीएस देगा प्रशिक्षण

सूरजपुर। बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने के लिए स्नातक की पढ़ाई कर रहे एवं स्नातक पास छात्राओं जो बेरोजगार हैं, उनका प्रशिक्षण और काउंससिंग टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज की ओर से दिलाने  पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता की पहल पर हिम्मत कार्यक्रम के दूसरे चरण में यूनिसेफ के माध्यम से टीसीएस कंपनी के द्वारा दिया जायेगा। इसके बाद योग्यतानुसार रोजगार की दिशा में उन्हें जोड़ा जायेगा। पुलिस अधीक्षक ने सूरजपुर पुलिस के हिम्मत कार्यक्रम से जुड़े छात्राओं सहित जिले के विभिन्न छात्राओं को इससे जोड़ा है जिसका आज शुभारंभ हुआ। इस वर्चुअल शुभारंभ कार्यक्रम में स्कूल शिक्षामंत्री डॉ. प्रेमसाय टेकाम, भटगांव विधायक व संसदीय सचिव श्री पारसनाथ राजवाड़े, कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता, यूनिसेफ से चेतना देसाई, श्रीमती प्रियंका सेठ, टीसीएस से श्रीमती शीना मैथ्यूज, सूर्या गांगुली व प्रशिक्षक ध्रुव पांडा ने छात्राओं को मार्गदर्शन करते हुए टीसीएस के प्रशिक्षण के बारे में बताया।
इस अवसर पर स्कूल शिक्षामंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम  ने कहा कि सूरजपुर पुलिस अब नई पहल के लिए जाना जाता है। पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में जिले की पुलिस हिम्मत कार्यक्रम के तहत महिला-बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दे रहा है, बालिकाओं को मलखम का प्रशिक्षण दिया और अब यहां की बालिकाएं मलखम में नेशनल प्रतियोगिता के लिए चयनित हुई है जो प्रशंसनीय है। बालिकाओं की बेहतरी के लिए पुलिस व यूनिसेफ के माध्यम से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के द्वारा छात्राओं को विकसित होने और खुद को प्रशिक्षित करने का अवसर दिया जा रहा है जिसके लिए शासन-प्रशासन उनके साथ खड़ा है। तकनीकी कारणों से संसदीय सचिव श्री पारसनाथ राजवाड़े कार्यक्रम को संबोधित नहीं कर सके।
कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह ने कहा कि पुलिस, यूनिसेफ एवं टीसीएस के संयुक्त तत्वाधान में छात्राओं को प्रशिक्षण देने आज इसका शुभारंभ किया गया है जो छात्राओं को प्रशिक्षण एवं रोजगार के लिए बहुउपयोगी साबित होगा। वर्चुअल प्रशिक्षण के साथ-साथ आगामी दिनों में भौतिक रूप से प्रशिक्षण से छात्राओं को और अधिक लाभ दिलाने की बात कही।
पुलिस अधीक्षक श्रीमती भावना गुप्ता ने कहा कि हिम्मत कार्यक्रम के दूसरे चरण में हिम्मत से जुड़े छात्राएं सहित जिले के अन्य छात्राएं जो तकनीकी शिक्षा या उच्च शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात भी नौकरी प्राप्त नहीं कर सके हैं, ऐसे युवाओं को यूनिसेफ के माध्यम से टीसीएस की ओर से वर्चुअल प्रशिक्षण दिया जाएगा और उनकी काउंसलिंग कर उन्हें योग्यतानुसार विभिन्न जगहों पर रोजगार के अवसर मुहैया कराएगा। उन्होंने बताया कि जिले में प्रशिक्षण के लिए करीब 50 छात्राओं का चयन किया गया है जिन्हें टीसीएस के द्वारा अगले 2 महिने तक प्रशिक्षण दिया जायेगा। पुलिस अधीक्षक ने टीसीएस के प्रशिक्षण कार्यक्रम से जुड़ी सूरजपुर के आस्था सोनी को हिम्मत कार्यक्रम का प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम का संचालन एसडीओपी प्रतापपुर अमोलक सिंह के द्वारा किया गया। इस दौरान एसडीओपी सूरजपुर गीता वाधवानी, एसआई नीलाम्बर मिश्रा सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3

'सायबर की पाठशाला' : सायबर जागरूकता अभियान कड़ी-3
सायबर की पाठशाला में आज तीसरे पाठ में हम समझने की कोशिश कर रहे हैं कि एक सुरक्षित लिंक कैसा दिखता या होता है। धोखेबाज/अपराधी आम लोगों को ठगने के लिए बैंको के नाम से मिलते जुलते नाम या अक्षरों का प्रयोग करके एक यूआरएल/URL बनाता है और उसे मोबाइल पर सीधे मैसेज के रूप में भेजता है इन लिंकनुमा URL पर क्लिक करते ही आप ठगी के शिकार हो जाते हैं। यदि लिंक में anydesk, mingle, teamviewer जैसे शब्द हैं तो आपके फोन को हैक करने का प्रयास हो रहा है, तुरंत मैसेज डिलिट करें। लिंक पर क्लिक बिलकुल न करें। अनजान व्यक्तियों से फोन पर ज्यादा बात न करें और न ही उन्हें किसी भी तरह की जानकारी दें चाहे कुछ भी हो जाए। तभी आप ठगी से बच पाएंगे। इस तरह के फर्जीवाड़ों पर और विस्तार से जानकारी के लिए इस श्रृंखला पर नजर बनाए रखें। पिछले पाठों को फिर से जानने के लिए/ पुनरावलोकन के लिए तस्वीर पर क्लिक करें या ऊपर के संबंधित टैब (सायबर की पाठशाला) पर क्लिक करें।